Zafar Siddiqui

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मेरी दीवानी



तू बता है मेरी दिवानी क्यों 
मुझ पे इतनी मेहरबानी क्यों

झूठ को सच बता रहे हो तुम
कर रहे हो गलत बयानी क्यों

इश्क करके कोई हुआ कब खुश
इश्क में खत्म जिंदीगानी क्यों

साथ तस्वीर अपनी ले जाता
छोड़ कर ये गया निशानी क्यों

जब भरोसा नही तुझे मुझ पे
दोस्ती मुझ से फिर बढ़ानी क्यों

(जफर सिद्दीकी)

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5 Comments

रतन कुमार

26-Dec-2021 11:50 AM

Wah

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Shrishti pandey

26-Dec-2021 09:25 AM

Nice

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Zakirhusain Abbas Chougule

25-Dec-2021 11:39 PM

Nice

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